
एलिमिनेशन आफ वायलेंस अगेंस्ट वूमेन डे दुनिया भर में हर साल 25 नवंबर को मनाया जाता है दुनिया भर में महिलाओं पर हो रही हिंसा को रोकने के लिए साथ ही महिलाओं को उनके हक के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल यह दिवस मनाया जाता है इस दिवस को मनाने का उद्देश्य है महिलाओं के खिलाफ हिंसा को रोकना और महिलाओं के बुनियादी मानव अधिकार व समानता के विषय में लोगों को उजागर करना महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा को रोकने के लिए इस बार एस इंटरनेशनल दिवस का थीम है यूनाइट यानी महिलाओं के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने के लिए एकजुटता और सक्रियता संयुक्त राष्ट्र की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार इस अभियान को 25 नवंबर से शुरू किया जाएगा और अगले 16 दिनों तक चला जाएगा इसका समापन 10 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस के दिन होगा अगर इस दिवस के इतिहास के बारे में बात करें तो 25 नवंबर 1960 में में मरिया अर्जेंटीना और एंटोनियो मारिया और मर्सिडीज द्वारा डोमिनिक शासक की तानाशाही का विरोध किया गया था तब उस शासक के आदेश अनुसार तीनों बहनों को बेरहमी से मरवा दिया गया था तब से मेल लैटिन अमेरिका और कैरेबियाई नारीवादी के कार्यकर्ताओं ने 25 नवंबर को महिलाओं के खिलाफ हिंसा का मुकाबला करने और तीनों बहनों की पुण्यतिथि के रूप में मनाने का आदेश दिया था और उसके बाद 17 दिसंबर 1990 को संयुक्त राष्ट्र ने इस दिन को आधिकारिक रूप से पारित कर दिया था अगर हम एनसीआरबी की रिपोर्ट को पड़े तो उसके अनुसार 2020 में लॉकडाउन के दौरान महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों में कमी आई थी लेकिन देश में अपराधिक मामलों में जरूर 28% की वृद्धि हुई थी साथ ही इस रिपोर्ट के अनुसार 2020 में देश में यौन शोषण के प्रतिदिन लगभग 77 मामले दर्ज किए गए थे और कुल 28000 मामले दर्ज किए जा चुके हैं तो इसीलिए इस दिवस को लोगों की सोच बदलने और महिलाओं को उनका हक दिलवाने के उद्देश्य से हर साल मनाया जाता है