आज है नेशनल कंप्यूटर सिक्योरिटी डे कोरोनावायरस से work-from-home के चलते कंप्यूटर काफी ज्यादा हमारे डेली यूज़ में आने लगा है आज हर जगह चाहे वह बैंक हो या फिर रेल की टिकट उसके लिए कंप्यूटर की जरूरत जरूरत पड़ती है हमारी दैनिक दिनचर्या में भी कंप्यूटर हमेशा से ही हमारा साथी रहा है लेकिन इस कंप्यूटर ए भी काफी सारे दुश्मन है जो कि इसके इस पर अटैक करते हैं और इन्हीं अटैक को हम कहते हैं साइबर अटैक अगर हम भारत की बात करें तो इस साल जून तक भारत में छह लाख से ज्यादा cyber-attack हुए हैं वहीं 2020 में यह संख्या 1100000 थी साइबर अटैक के खतरों को 1988 में पहचान मिली थी यही वजह है कि इसी साल से 30 नवंबर को कंप्यूटर सिक्योरिटी डे के नाम से जाना जाने लगा इसका एकमात्र उद्देश्य है लोगों को कंप्यूटर सिक्योरिटी को लेकर जागरूक करना ताकि हम कम से कम साइबर अटैक का सामना करें इस साल यह 35 व कंप्यूटर सिक्योरिटी डे के रूप में मनाया जाएगा यह दिन अपने पीसी लैपटॉप पर डाटा को सुरक्षित बनाए रखने के लिए लोगों को जागरूक करता है हैकिंग और वायरस लगभग आधुनिक कंप्यूटर के शुरुआती दिनों से ही शुरू हो गया था और है खोने का सीधा अर्थ है मूल्यवान जानकारी का लीक होना और इसीलिए कंप्यूटर सुरक्षा एक महत्वपूर्ण चिंता बनी रहती है जिनके बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कंप्यूटर सिक्योरिटी दिवस को मनाने की शुरुआत की गई थी यह है विश्व स्तर पर स्कूल संस्थाओं और सरकारी संगठनों द्वारा मनाया जाता है साथ ही कुछ कंपनियों ने 30 नवंबर को महीने का आखिरी दिन होने के कारण 1 दिन पहले ही इसे मना लिया था साथ ही इस दौरान लोगों को यह भी बताया जाता है कि वह किस तरीके से अपने कंप्यूटर को सुरक्षित रख सकते हैं यानी आप एक स्ट्रांग पासवर्ड बनाकर अपने कंप्यूटर को काफी हद तक है इसे बचा सकते हैं हमेशा से ही अपना बैकअप अपने पास रखें और अपडेट सॉफ्टवेयर का ही यूज़ करें आज कंप्यूटर ने हमारा काम इतना आसान कर दिया है और साथ ही संसार को भी सरल बना दिया है परंतु यह टेक्निक जिस तरीके से प्रगति लेकर आई है उसी तरीके से सुरक्षा को लेकर भी चिंता भी काफी ज्यादा बढ़ चुकी है तो हमेशा ध्यान रहिए और अपने कंप्यूटर को किसी भी तरीके के वायरस से प्रोट्रैक्टेड करके रखिए