हर साल 9 मई को रूस का विक्ट्री डे मनाया जाता है इस दिवस को सैनिकों की कुर्बानी के प्रति सम्मान के रूप में मनाया जाता है जिन्होंने द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान अपनी जान गवाई थी आंकड़ों के हिसाब से द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान रूस के 8000000 सैनिकों ने अपनी जान गवाई थी इसीलिए इस युद्ध में मिली जीत को रूस विक्ट्री डे के रूप में मनाता है सोवियत संघ द्वारा पहले विक्ट्री डे को 9 मई 1945 को मनाया गया था 9 मई का दिन इसलिए चुना गया है क्योंकि 9 मई को इस दिन जर्मनी ने सोवियत संघ के सामने सरेंडर कर दिया था साथ ही 1965 को सोवियत संघ के नेता ने 9 मई को राष्ट्रीय अवकाश घोषित कर दिया था इस इस दिन मिलट्री परेड होती है इस परेड को मॉस्को विक्ट्री डे परेड भी कहा जाता है साथ ही 1991 में सोवियत संघ के पतन के बाद से ही विक्ट्री डे परेड एक वार्षिक कार्यक्रम बन गया है साथ ही इस दिन को काफी धूमधाम से मनाया जाता है, पिछले दो दशकों से यह मिलिट्री परेड मॉस्को में की जाती है जिसमें लाखों की संख्या में लोग शामिल होते हैं इस दौरान सड़कों पर मार्च निकाला जाता है और लोग शहीदों की तस्वीरों को हाथ में लिए इस परेड में निकलते हैं और मोमबत्ती जलाकर उनका सम्मान करते हैं साथ ही इस परेड के दौरान वहां के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी शामिल होते हैं साथ ही इस दौरान रसिया अपने तोपों और मिसाइलों को भी दिखाता है तो इस तरीके से 9 मई के दिन रूप भव्य रूप से अपने विक्ट्री दिवस को मनाता है